केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मंगलवार को एक ट्वीट के माध्यम से धूम्रपान करने वालों के लिए एक कड़ी चेतावनी जारी की, जहां इसने धूम्रपान के प्रतिकूल प्रभावों को बताया है कि कैसे यह लोगों को कोविड-19 के प्रति संवेदनशील बनाता है। 

अपने ट्विटर हैंडल में मंत्रालय ने एक इन्फोग्राफिक] साझा किया कि कैसे धूम्रपान करने से लोगों में कोविड -19 की संभावना बढ़ जाती है। इन्फोग्राफिक में बताया गया है कि धूम्रपान फेफड़ों की क्षमता को कम करता है। इसमें यह भी कहा गया है कि पाइप के साथ धूम्रपान करने से कोविड -19  फैल सकता है। इसमें यह भी बताया गया है कि धूम्रपान वायरल निमोनिया के अधिक जोखिम की संभावना को बढ़ाने के साथ-साथ वायरस के संचरण की संभावना को भी बढ़ाता है। बता दें कि कोरोना को लेकर कई रिसर्च में स्मोकिंग से इसका जोखिम बढ़ने की बात कही गई है। बीते साल स्वास्थ मंत्री ने भी ऐसी ही जानकारी दी थी।

बताते चलें कि केंद्र सरकार का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा तेज है इसलिए देश के लिए अगले चार सप्ताह बेहद नाजुक हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेंस में मंगलवार को नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोरोना की लहर की तीव्रता इस बार ज्यादा है। पिछली बार के मुकाबले यह तेजी से फैल रहा है। इसे नियंत्रित करने के लिए पूरे देश को मेहनत करनी होगी तथा इसमें जन भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगले चार सप्ताह देश के लिए बेहद नाजुक हैं। देश में एक दिन पहले ही कोरोना के दैनिक संक्रमण के मामले पिछला रिकॉर्ड पार कर चुके हैं। यह पूछने पर कि इस बार कोरोना की पीक कितनी बड़ी होगी, उन्होंने कहा कि इसका आकलन करना संभव नहीं है। ऐसा कोई आकलन नहीं किया गया है। 
 


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