मानसा: पंजाब में स्कूल और कालेज बंद करने के फैसले के विरोध में रासा फेडरेशन, पीपीएसओ, ज्वाइंट एक्शन कमेटी की ओर से मंगलवार को शहर में प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या माता-पिता, विद्यार्थियों, किसान यूनियन, गवर्नमेंट टीचर यूनियन, डीटीएफ समेत अन्य दर्जनों जत्थेबंदियों के प्रदेश स्तरीय नेताओं की मौजूदगी में रोष प्रदर्शन करते डीसी दफ्तर पहुंचकर जिला आधिकारियों को मांग पत्र दिया गया। कहा गया कि 10 अप्रैल के बाद फिर स्कूल तालाबंदी न की जाए। साथ ही चेतावनी दी कि अगर फिर स्कूल बंद किए गए तो 12 अप्रैल से वे खुद स्कूल खोल देंगे।

फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल्ज के प्रदेश प्रधान जगजीत सिंह धुरी, रेकेग्नाइद्ड एंड एफीलिएटड स्कूलज एसोसिएशन (रासा) के प्रदेश प्रधान डा. रविदर सिंह मान, पंजाब प्राइवेट स्कूल्ज आर्गेनाइजेशन (पीपीएसओ) के प्रदेश महासचिव तेजपाल सिंह ओर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अरुण कुमार ने साझे रूप में ऐलान किया यदि पंजाब सरकार स्कूल बंदी 10 अप्रैल से आगे बढ़ाती है और पंजाब भर के बाकी अदारे, माल, शराब के ठेके, राजनीतिक रैलिया आम दिनों की तरह चलती हैं तो वह भी 12 अप्रैल से अपने स्कूल शुरू कर देंगे।

वहीं किसान यूनियन उगराहा, डकौंदा, सिद्धुपुर, पंजाब, मानसा ओर लक्खोवाल के नेताओं ने ऐलान किया कि यदि 12 अप्रैल को स्कूल खोलते समय प्रशासन कोई रुकावट बनेगा तो वह विरोध करेंगे। जिला प्रधान राम सिंह भैणीबाघा समेत समूह जत्थेबंदियों के नेताओं ने ऐलान किया कि वह किसानी झंडे लेकर स्कूलों के गेट पर पहरे देंगे। मेडिकल प्रेक्टिशनर यूनियन के प्रदेश प्रधान डा. धन्ना मल्ल, दोधी यूनियन के प्रदेश नेताओं, तर्कशील सोसायटी के प्रदेश नेता मेघ राज रल्ला, स्कूल वैन यूनियन हरविदर सिंह, सीपीआइ एमएल के प्रदेश नेता राजविदर सिंह राणा, पंजाब किसान यूनियन के यूथ विग के सुखवीर सिंह सुखी समेत दर्जनों और जत्थेबंदियों ने शिक्षा बचाने के लिए हर किस्म का समर्थन देने का ऐलान किया।

इस मौके पर पवन कुमार मत्ती, जसविदर सिंह,राजविदर सिंह, गुरप्यार कोटली, नरिदर माखा, संतोष कुमार, सुरेश भीखी, गुरमीत कौर, भीम शर्मा, भुपिदर सिंह, सर्बजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, मक्खन सिंह, गुरप्रीत सिंह, चिरजीव सिंह समेत जिले के 190 स्कूलों के प्रिसिपल, अध्यापकों, विद्यार्थियों, माता-पिता व समाजसेवियों ने शिरकत की। विद्यार्थियों ने निकाला तख्ती मार्च

सरदूलगढ़ में भी विद्यार्थियों ने रोष सप्ताह के तहत मंगलवार को तख्ती मार्च निकाला। विद्यार्थी नेता मनप्रीत इंसा ने कहा कि पंजाब सरकार केंद्र सरकार की राह पर चलकर नई शिक्षा नीति का पक्ष लेकर सरकारी टीचरों के महत्व खत्म करना चाहती है। रविद्र सिंह लोहगढ़ ने बताया कि सरकार कोरोना का सहारा लेकर पढ़ाई को नेटवर्क के साथ जोड़कर पढ़ाई अमीरों के हाथ देना चाहती है।


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