पंजाब के रोपड़ से यूपी के बांदा तक साढ़े 14 घंटे सफर करने बाद बाहुबली मुख्तार अंसारी तड़के 4.34 पर बांदा जेल पहुंचा। जेल के अंदर मुख्तार की एंबुलेंस और एक सुरक्षा गाड़ी को ही जाने दिया गया। यहां मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य द्वारा गठित 4 डॉक्टर्स की टीम ने अंसारी का टेस्ट किया। इसके बाद उसके सामान की तलाशी ली गई। करीब आधे घंटे तक चले प्रोसेस के बाद उसे जेल के अंदर भेज दिया गया। बता दें कि 26 महीने बाद मुख्तार की पंजाब से उत्तर प्रदेश वापसी हुई है।

UP पुलिस की टीम अंसारी को लेकर रोपड़ जेल से मंगलवार दोपहर 2.20 बजे रवाना हुई थी। करीब साढे़ 14 घंटे में 882 किमी का रास्ता तय कर पुलिस उसे लेकर बांदा जेल पहुंची। पुलिस के काफिले में करीब 10 गाड़ियां थीं, पूरे रास्ते इनमें से आधी एम्बुलेंस के आगे तो आधी पीछे चलती रहीं। इन गाड़ियों में कुल 150 पुलिसकर्मी थे। पुलिस टीम के रास्ते में पड़ने वाले सभी जिलों में अलर्ट घोषित किया गया था।

पहली बार ड्रोन से निगरानी
बांदा जिला जेल की निगरानी पहली बार ड्रोन कैमरे से होगी। बैरक नंबर 15 को सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया। इस कैमरों के जरिए जेल मुख्यालय लगातार मुख्तार की बैरक पर नजर रखेगा। साथ ही जेल में मुख्तार के करीब वहीं जेल कर्मी जा सकेंगे, जो बॉडी वॉर्न कैमरा पहने होंगे। साथ ही बांदा जेल को 30 सुरक्षाकर्मी भी दिए गए हैं।


हैंडओवर करने से पहले कोरोना टेस्ट
मुख्तार अंसारी के बांदा जेल पहुंचने से पहले जेल के बाहर सख्त बैरिकेडिंग की गई थी। मुख्तार को हैंडओवर करने से पहले उसका कोरोना टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद हैंडओवर की प्रक्रिया शुरू की गई। मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाकर अपने पति का हाल विकास दुबे जैसा होने की आशंका जताई है। उन्होंने पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने और केंद्रीय सुरक्षा बल लगाने की मांग की है।

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